बहानासाइटिस या बहानेबाजी का इलाज कैसे करें
बहानासाइटिस या बहानेबाजी की बीमारी का संबंध लोगों से है, इसलिए सफल होने के लिए यह जरूरी है कि आप सफल लोगों को अच्छी तरह समझे और बहानेबाजी को छोड़ दें व उसका इलाज करें|
गहन अध्ययन करने के बाद यह ज्ञात होता है कि सफल और असफल व्यक्तियों के बीच सबसे बड़ा अंतर बहानासाइटिस होता है सफल व्यक्ति बहाना बनाने की बजाय उस कार्य को खत्म करने में ज्यादा रुचि रखते हैं, परंतु इसके विपरीत असफल व्यक्ति हर काम को बहाना बनाकर डालने की कोशिश करते हुए मिलते हैं |
बहानासाइटिस बीमारी ज्यादातर आम आदमियों में थोड़ी बहुत तो होती ही है, सफलता की सीढ़ी पर बिना रुके चढ़ने वाला व्यक्ति बहानासाइटिस रोगी नहीं होता जब की असफलता के ढलान पर फिसलने वाला हर व्यक्ति बहानासाइटिस इससे गंभीर रूप से परेशान होता है
बहानासाइटिस या बहानेबाजी इसके चार सबसे लोकप्रिय रूप हैं।
1.”मैं क्या करूं मेरी तबीयत भी ठीक नहीं रहती” यह सेहत का बहानासाइटिस है परंतु सेहत का बहानासाइटिस से कई तरह का रिश्ता नहीं होता है या मैं यूं कहूं मेरी ठीक तबीयत नहीं लग रही, जबकि कई लोग अपनी बीमारी का नाम जोड़ देकर अंडरलाइन कर देते हैं तबीयत सबकी खराब होती है सब ठीक होते हैं परंतु तबीयत का बहाना बनाकर किसी भी कार्य को डालना नहीं चाहिए
बहानासाइटिस या बहानेबाजी से बचने के 4 तरीके होते हैं, यह जो चार बातें हैं यह बहाना साइट इसकी वैक्सीन की तरह काम करती है
- अपनी सेहत के बारे में बात ना करें अपनी सेहत से संबंधित ज्यादा बातें ना करें क्योंकि जितनी ज्यादा हम अपनी सेहत के बारे में बात करेंगे उतनी ही बिगड़ती जाएगी और यह हमें सफलता प्राप्त करने में|
- अपनी सेहत के बारे में फालतू की चिंता करना छोड़ दें | रेगुलर प्रैक्टिस में देखा गया है, दिमाग का संबंध सभी सेहत के सभी लोगों से होता है इसलिए दिमाग में यह बैठा देना चाहिए कि मैं स्वस्थ हूं और मैं यह काम कर सकता हूं
- आपकी सेहत कैसी भी हो परंतु आपको अपने काम के प्रति निष्ठावान और कृतज्ञ होना चाहिए पुरानी कहावत है मैं अपने फटे जूतों को लेकर दुखी था परंतु जब मैंने बिना पैर वाला आदमी देखा तो मुझे कोई शिकायत नहीं रही इसलिए यह जीवन निरंतर चलता रहता है इसमें अपनी सेहत।
- अपने आप को हमेशा यह ध्यान पिलाना चाहिए की जंग लगने से अच्छा बेहतर है गिर जाए जीवन आपको मिला है जीवन का भरपूर आनंद ले और इससे मन को बर्बाद ना करें।
जब कभी बुद्धि की बात आती है तो हम लोग ज्यादातर दो तरह की गलतियां करते हैं
एक हम अपनी बुद्धि को कमाते हैं और
दूसरों की बुद्धि को ज्यादा आते हैं।
उम्र के बहानासाइटिस या बहानेबाजी
इसका इलाज कैसे करें बहुत से लोग कहते हैं कि मेरी उम्र ज्यादा है अब यह काम मैं नहीं कर सकता या अब उम्र हो गई है यह काम मुझसे नहीं होगा यह एक रचनात्मक सोच नहीं है उम्र को हम सिर्फ एक नंबर समझ सकते हैं ठीक है 40 से 60 साल वाला व्यक्ति भी अगर दिमाग से ठान ले तो वह भी बिल्कुल जवान होगा |
यह सिर्फ एक बहानेबाजी है और इस से ज्यादा कुछ नहीं अपने आप को यंग माने और दृढ़ संकल्प से किसी भी कार्य करने की इच्छा शक्ति को बनाए रखें
किस्मत के बहानासाइटिस या बहानेबाजी
किस्मत के बहानासाइटिस से बचें, कारण और परिणाम के नियम को स्वीकार करें –
“हम लोग खुश किस्मत हैं” यह शब्द यूज नहीं करना चाहिए किस्मत अपनी जगह बिल्कुल सही है लेकिन हमें किस्मत का बहाना नहीं बनाना चाहिए यदि हम किसी काम में असफल हुए हैं तो जरूर उस काम में हमारी मेहनत कम रही होगी या फिर हमने उस काम को इतने अच्छे तरीके से नहीं किया होगा जितने अच्छे तरीके से वह हो सकता था किस्मत को दोष देना सिर्फ नाकारा लोगों का ही काम है इसलिए किस्मत को दोष देने की बजाय अपने काम पर ध्यान देना चाहिए अपने काम को पार्टी देनी चाहिए