लता मंगेशकर जी की जीवनी क्या है?
लता मंगेशकर जी शायद ही ऐसा कोई होगा, जो इनके बारे में नहीं जानता हो। एक महान गायक थे जिन्होंने मात्र 13 वर्ष की उम्र से ही गाना प्रारंभ कर दिया था इन्होंने 36 भाषाओं में अपने गीत लिखे हैं और उनको अपनी वाणी प्रदान की है इतना ही नहीं यह भारत की सबसे मशहूर गायिका है इन्होंने जितने गाने अब तक आए हैं शायद ही ऐसा कोई और गायक भी हमारे देश में रहा होगा।
लता मंगेशकर जी का जन्म कब और कहां हुआ था?
जैसा की आप सभी को पता होगा कि 6 फरवरी 2022 को इस महान गायिका लता मंगेशकर जी का निधन हो गया है उनके निधन से पूरा देश यहां तक की विदेश यानी कि विष्णु के हर एक कोने में जहां जहां जहां इनके प्रशंसक हैं वहां पर शोक का माहौल है इनकी मृत्यु के बाद देश में 2 दिनों का राष्ट्रीय शोक घोषित कर दिया गया है देश विदेश के नेतागण भी उनके शौक को मना रहे हैं सब इनके शॉप में डूबे हुए हैं तो दोस्तों अब बात करते हैं मन के जन्म के बारे में इनका मूल नेम हेमा है और इनका जन्म 28 सितंबर 1929 में इंदौर मध्यप्रदेश में हुआ था। और इनकी मृत्यु 6 फरवरी 2022 को मुम्बई मे हो गई।
लता मंगेशकर जी के माता पिता का नाम व उनकी भाई बहनों की संख्या क्या है?
दोस्तों लता मंगेशकर जी के पिता का नाम दीनानाथ मंगेशकर है और उनकी माता का नाम शेवंती मंगेशकर है और इनके भाई बहनों में यह टोटल पांच भाई बहन हैं जिनमें से इन्हें मिलाकर टोटल चार बहन और एक भाई है और इनकी अगर हम वैवाहिक स्थिति की बात करें तो वह लता मंगेशकर जी अविवाहित थी जाने कि इन्होंने शादी नहीं की थी और यह 92 वर्षों तक बिना शादी किए हो रही हुए हैं।
लता मंगेशकर जी की शिक्षा कैसी थी?
आपको यह जानकर बड़ी हैरानी होगी लता मंगेशकर जी अपने संपूर्ण जीवन काल में केवल दो ही दिन स्कूल गई थी और इन्होंने संगीत के संपूर्ण अपने घर पर ही संपन्न की थी और उन्होंने घर पर ही अलग-अलग भाषाओं का अध्ययन भी किया।लता मंगेशकर जी के प्रथम गुरु कौन थे?लता मंगेशकर जी के प्रथम गुरु उनके पिता दीनानाथ मंगेशकर जी को माना गया है दरअसल दोस्तों उनके गुरु बनने के पीछे भी एक कहानी छुट्टी है तो कहानी कुछ इस प्रकार की एक दिन लता जी गाना गा रही होती है तो उनके पिताजी नाथ शंकर जी को गाना गाते हुए सुन लेते हैं और उनको गाना गाते हुए सुनने के पश्चात उनके पिताजी यह निर्णय करते हैं कि वह स्वयं से अपनी बेटी लता जी को संगीत की शिक्षा देंगे तो इस प्रकार दीनानाथ मंगेश शंकर जी लता जी के प्रथम गुरु बने।
लता मंगेशकर जी ने अपने जीवन काल में संगीत को लेकर कौन-कौन से संघर्ष किए?
लता जी जब मात्र केवल 13 वर्ष की उम्र की थी तब इनके पिता का निधन हो गया था और फिर उसके बाद घर की सारी जिम्मेदारी उनके कंधों पर आ गई क्योंकि यह अपने भाई बहनों में सबसे बड़ी थी इसलिए उनके कंधों पर घर की सारी जिम्मेदारी आ गई। कमजोर आर्थिक स्थिति के चलते हिंदी और मराठी फिल्मों में छोटे-छोटे इन्हें रोल भी निभाने पड़े आप सभी को पता भी होगा या नहीं भी पता होगा कितनों को कि यह एक अभिनेत्री भी है। यह छोटे-मोटे रोल भी की हुई है हिंदी फिल्मों में और मराठी फिल्मों में।
लता जी का पहला गाना कब रिकॉर्ड किया गया था?
लता जी ने 16 दिसंबर 1941 को पहला गाना रिकॉर्ड किया था। और रोचक बात यह है कि यह कोई फिल्म का गाना नहीं था। बल्कि यह एक रिकॉर्डिंग थी।
लता जी ने अपनी पहली कौन सी मराठी फिल्म में अपना पहला गाना गाया था?
लता जी की पहली मराठी फिल्म जिसमें उन्होंने ने गाना गाया था वह थी महिला मंगलागौर। इस मराठी फिल्म में अपना पहला फिल्म गाना गाया था।
लता मंगेशकर जी मुंबई कब आए?
लता मंगेशकर जी 1945 ईस्वी में मुंबई आए और वहीं पर इन्हें अपने गुरु मिले और इन्होंने उन्हीं से शास्त्रीय संगीत भी सीखा।
लता मंगेशकर जी किन दसको में बेहद प्रसिद्ध हुई?
1950 से 1970 का दौर भारतीय संगीत में काफी अहम रहा और इन्हीं सन में उनका दबदबा भी रहा इनके गाने काफी हिट हुए और काफी लोग हैं इनको पसंद भी करने लगे इनके गाने इस दिन दस्को में हर रेडियो में बजने लगे जिसके कारण ये ज्यादा प्रसिद्ध हुई और इन के गानों का प्रसार तेजी से फैला और इनके नाम का चर्चा भी लोगों के जुबान पर आने लगा। दूर-दूर तक इनके गाने के चर्चे होने लगे और इन्हें कई प्रकार के पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया। 1980 से 1990 के दशक में भी इनके गाने और बहुत से पुरस्कार प्राप्त हुए इनका नाम बहुत तेजी से फैला और यह मशहूर गायिका के रूप में जानी जाने लगी।इन्होंने लगभग पूरे 70 वर्षों तक संगीत की इस महान दुनिया में राज किया।
कौन सा भारत का महान पुरस्कार है जो लता जी को प्राप्त है?
भारत का जो सबसे महान पुरस्कार है जोकि है भारत रतन वह भी इन्हें प्राप्त है मतलब कि यह भारत रत्न पुरस्कार से भी सम्मानित की जा चुकी है। वैसे तो इन्हें इस महान दुनिया में अनेकों पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है लेकिन भारत का सबसे बड़ा पुरस्कार है वह भारत रत्न जिससे यह सम्मानित हो चुकी है। भारत रत्न उस व्यक्ति को दिया जाता है जो कि सर्वोच्च नागरिक होता है।
लता जी को संसार और किस नाम से बुलाता है?
जैसा कि आप सभी को पता है लता जी एक महान गायक कर रही है जिसके कारण संसार ही नहीं स्वर कोकिला के नाम से भी बुलाता है क्या फिर जानता है लता जी ने मात्र 13 वर्ष की आयु से 1942 से ही गाने गाने प्रारंभ कर दिए थे।
लता जी की उपलब्धियां क्या क्या है?
92 साल की लता जी ने 36 भाषाओं में 30,000 से भी ज्यादा गाने गाए हैं। महान गायक के लिए यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। या कहे तो एक बहुत बड़ा रिकॉर्ड है।इन्होंने 1000 से भी ज्यादा फिल्मों को अपनी आवाज दी है। महान गायिका का निधन होने के कारण पूरा विश्व शोक में है। वेटरन सिंगर ने मुंबई के ब्रिंच कैंडी अस्पताल में अपनी अंतिम सांस ली और इस नश्वर संसार से यह दूर हो गई इस महान नायिका की गायिका के खोने का दुख यह संसार शायद ही भुला पाए लेकिन यह हमारे दिलों में आज भी जिंदा है इन के गाने हमारे कानों में आज भी सुनाई देते हैं और यह हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेंगे।
लता जी के महत्वपूर्ण पुरस्कार क्या है?
लता जी को 1969 में पदम भूषण पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।
1974 दुनिया में सबसे अधिक गीत गाने का गिनीज बुक रिकॉर्ड भी इन्होंने बनाया है।
लता जी को 1989 में दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।
1999 में इनको पदम विभूषण नामक पुरस्कार भी प्राप्त है।
2001 मैं भारत के महान पुरस्कार भारत रत्न नामक पुरस्कार भी से भी इस महान गायिका को सम्मानित किया जा चुका है।
लता जी को प्राप्त फिल्म फेयर पुरस्कार कौन से हैं?
लता जी जो एक महान गायिका है उन्हें बहुत से फिल्म फेयर पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। सन 1998, 1962, 1965, 1969, 1993 और 1994। में इन्हें बहुत से पुरस्कार प्राप्त हुए जो कि नहीं फिल्म में अपनी आवाज देने के लिए और फिल्म को और सुंदर बनाने के लिए दिए गए थे। लता जी ने गानों की दुनिया और फिल्मों की दुनिया को बेहद हसीन बनाया है उनको अपनी आवाज देकर आज भले ही वह इस दुनिया से चली गई है लेकिन हमारे दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगे उनके गाने हमारे कानों में बचते रहेंगे और हम सुन सुनकर उनको याद करेंगे।